Panchnadeshwar (पंचनदेश्वर)

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Panchnadeshwar

पंचनदेश्वर / पञ्चगंगेश्वर

पंचगंगा (पंचनद) ताप-पाप नाशक पांच नदियों गंगा, यमुना, सरस्वती, धूतपापा और किरणा का संगम है। इसे पंचनद तीर्थ भी कहा जाता है। कार्तिक मास में गंगा के विभिन्न घाट व सरोवरों पर कार्तिकी डुबकी के लिए श्रद्धालु उमड़ते हैं लेकिन पंचनदतीर्थ (पंचगंगा) स्नान की विशेष महत्ता है। यहां स्नान से हर तरह के पापों का शमन होता है। पुराणों में भी वर्णन है कि पंचनद तीर्थ में स्वयं तीर्थराज प्रयाग भी कार्तिक मास में स्नान करते हैं। इस क्षेत्र को काशी में अवस्थित सप्तपुरियों में काशी की कांचीपुरी (विष्णुकाँची) क्षेत्र माना गया है। काशी में इन पांच नदियों के अधिष्ठाता देवता के रूप में भगवान शिव पंचनदेश्वर (पञ्चगंगेश्वर) के रूप में अवस्थित है। 

काशीखण्डः अध्यायः ९७

तदुत्तरे चर्चिकाया देव्याः संदर्शनं शुभम् ।। रेवतेश्वर लिंगं च चर्चिकाग्रेण शांतिकृत् ।।१९०।।
महाशुभायतस्याग्रे लिंगं पंचनदेश्वरम् ।। मंगलोदो महाकूपो मंगला पश्चिमे शुभः ।। १९१ ।।
इसके उत्तर में देवी चर्चिका हैं, जिनकी यात्रा शुभ है। चरचिका के सामने रेवतेश्वर लिंग है जो शांति का कारण बनता है। इसके सामने पञ्चनदेश्वर लिंग है जो महान मंगल के लिए अनुकूल है। मंगला के पश्चिम में मंगलोदा ('शुभ जल का एक कुआँ') अति पुण्यकारी कुआँ है।


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पंचनदेश्वर (पंच गंगेश्वर) तैलंग स्वामी मठ के नीचे K.22/11 में स्थित है। मठ परिसर में प्रवेश किए बिना यदि कोई भक्त परिसर के चारों ओर घूमता है, तो यह शिव लिंग ग्रिल गेट के माध्यम से जमीन के स्तर से कुछ नीचे देखा जा सकता है।
Panchanadeshwar (Panch Gangeshwar) is located at K.22/11 below Tailang Swami Mutt. If a devotee moves around the complex without entering the monastery premises, this Shiva Linga can be seen through the grill gate, slightly below the ground level.

For the benefit of Kashi residents and devotees:-

From : Mr. Sudhanshu Kumar Pandey 

Kamakhya, Kashi 8840422767 

Email : sudhanshu.pandey159@gmail.com


काशीवासी एवं भक्तगण हितार्थ:-                                                   

प्रेषक : श्री सुधांशु कुमार पांडेय

कामाख्याकाशी 8840422767

ईमेल : sudhanshu.pandey159@gmail.com



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