Rajputra Vinayak
(राजपुत्र विनायक)
काशीखण्डः अध्यायः ५७
खर्वाख्यान्नैर्ऋतेभागे राजपुत्रो विनायकः ।। भ्रष्टराज्यं च राजानं राजानं कुरुतेऽर्चितः ।। ७६ ।।
खर्व (विनायक) नामक भगवान के दक्षिण-पश्चिम में राजपुत्र नामक विनायक है। उनकी पूजा होने पर, वह एक ऐसे राजा को पुनः स्थापित करदेंगे जिसने अपना राज्य खो दिया है।
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राजपुत्र विनायक ए-37/48, रोड के पास, राज घाट किले में स्थित है।
Rajputra Vinayak is located in Raj Ghat Fort, near A-37/48, Road.
For the benefit of Kashi residents and devotees:-
From : Mr. Sudhanshu Kumar Pandey
Kamakhya, Kashi 8840422767
Email : sudhanshu.pandey159@gmail.com
काशीवासी एवं भक्तगण हितार्थ:-
प्रेषक : श्री सुधांशु कुमार पांडेय
कामाख्या, काशी 8840422767
ईमेल : sudhanshu.pandey159@gmail.com