काशीवासियों को अन्यत्र कहीं भी देवी के मुख्य स्थल के दर्शन करने की अनुमति नहीं है, केवल भ्रमण की अनुमति है।
धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि काशी के निवासियों को दर्शन और पूजा के लिए काशी से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है। यदि आपकी (काशीवासी) बहुत इच्छा है तो इसके लिए श्री आदि विश्वेश्वर से निवेदन करें, दर्शन करें और बेलपत्र ग्रहण करें। काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव दरबार में प्रभु से विनती करें और भ्रमण पर जाएं।
स्कंद पुराण के काशी खण्ड के अनुसार मोक्ष नगरी काशी में 15 अंश में सभी देवी-देवताओं का वास होता है, केवल अंश (1 अंश) ही उनके मूल मुख्य स्थानों पर विद्यमान होते हैं। भगवान वेदव्यास ने लिखा है कि काशी में भगवान के दर्शन करने से अन्यत्र की अपेक्षा दस गुना अधिक पुण्य मिलता है।
काशीवासियों एवं भक्तों के हितार्थ
प्रेषक : श्री सुधांशु कुमार पाण्डेय
कामाख्या, काशी - 8840422767