Nageshwar
नागेश्वर - साकेत (अयोध्यापुरी), सन्निकट रामघाट वाराणसी
शिवपुराणम्/संहिता_४_(कोटिरुद्रसंहिता)/अध्यायः_०२
नागेशाख्यः प्रसिद्धो
हि
साकेतनगरे
द्विजा
॥
सूर्य्यवंशोद्भवानां
च
विशेषेण
सुखप्रदः
॥१६॥
पुरुषोत्तमपुर्यां तु
भुवनेशस्तु
सिद्धिदः
॥
लोकेशश्च
महालिंगः
सर्वानन्दप्रदायकः
॥१७॥
हे द्विजो! साकेत (अयोध्यापुरी)- में नागेश नाम का प्रसिद्ध लिंग है, जो विशेष रूपसे सूर्यवंश में उत्पन्न हुए लोगों को सुख देनेवाला है। पुरुषोत्तम (जगन्नाथ) पुरी में उत्तम सिद्धि प्रदान करने वाला भुवनेश्वर लिंग है। लोकेश्वर नामक महालिंग सभी प्रकार के आनन्द को देनेवाला है।
स्कन्दपुराणम्/खण्डः_४_(काशीखण्डः)/अध्यायः_१००
पितामहेश्वरं गत्वा
ततस्तु
कलशेश्वरम्
।
चंद्रेशस्त्वथ
वीरेशो
विद्येशोग्नीश
एव
च
॥८५॥
नागेश्वरो हरिश्चंद्रश्चिंतामणिविनायकः
।
सेनाविनायकश्चाथ
द्रष्टव्यः
सर्वविघ्नहृत्
॥
८६
॥
वसिष्ठवामदेवौ च
मूर्तिरूपधरावुभौ
।
द्रष्टव्यौ
यत्नतः
काश्यां
महाविघ्नविनाशिनौ
॥
८७
॥
निम्नलिखित के दर्शन-पूजन और प्रणाम करना चाहिए: पितामहेश्वर, कलुशेश्वर, चन्द्रेश्वर, वीरेश्वर, विद्येश्वर, अग्निश्वर, नागेश्वर, हरिश्चन्द्रेश्वर, चिंतामणिविनायक और सेनाविनायक, जो सभी बाधाओं को दूर करते हैं।
GPS LOCATION OF THIS TEMPLE CLICK HERE
For the benefit of Kashi residents and devotees:-
From : Mr. Sudhanshu Kumar Pandey - Kamakhya, Kashi
काशीवासी एवं भक्तगण हितार्थ:-
प्रेषक : श्री सुधांशु कुमार पांडेय - कामाख्या, काशी
॥ हरिः ॐ तत्सच्छ्रीकृष्णार्पणमस्तु ॥