Manikarnikeshwar
मणिकर्णिकेश्वर
काशीखण्डः अध्यायः ६१
मणिकर्ण्यां कृतस्नानो मणिकर्णीश वीक्षणात् ।। जननी जठरावासे वसतिं न लभेन्नरः ।।१०४।।
मणिकर्णीश्वरं लिंगंं पुरासंस्थापितं मया ।। प्राग्द्वारेंतर्गृहस्यात्र समर्च्यो मोक्षकांक्षिभिः ।।१०५।।
मणिकर्णिका में पवित्र स्नान करने वाले को मणिकर्णिकेश्वर के दर्शन करने चाहिए। जिससे पुरुष आगे माता के गर्भ में नहीं रहता है। मणिकर्णिकेश्वर लिंग मेरे (विष्णु) द्वारा पूर्व में अंतर्गृह (आंतरिक तीर्थ) के पूर्वी प्रवेश द्वार में स्थापित किया गया था। यहाँ मणिकर्णीश्वर की पूजा उन लोगों को करनी चाहिए जो मोक्ष की इच्छा रखते हैं।
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मणिकर्णिकेश्वर अभय सन्यास आश्रम गोमठ पर स्थित है ।
Manikarnikeshwar, is situated on Abhay Sanyas Ashram, Go Math.
For the benefit of Kashi residents and devotees:-
From : Mr. Sudhanshu Kumar Pandey
Kamakhya, Kashi 8840422767
Email : sudhanshu.pandey159@gmail.com
काशीवासी एवं भक्तगण हितार्थ:-
प्रेषक : श्री सुधांशु कुमार पांडेय
कामाख्या, काशी 8840422767
ईमेल : sudhanshu.pandey159@gmail.com