Manasarovareshwar (मानसरोवरेश्वर - काशी में मानसरोवर तीर्थ)

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Manasarovareshwar
मानसरोवरेश्वर

काशी में मानसरोवर तीर्थ : -  काशी में मानसरोवर तीर्थ द्वारा मनुष्य रूप में प्रकट होकर हरपाप तीर्थ में शिवलिंग स्थापना करके तपस्या की गई थी। वही क्षेत्र काशी में मानस तीर्थ अर्थात मानसरोवर तीर्थ है। काशीवासियों को कैलाश में जाकर मानसरोवर स्नान करने की भी आवश्यकता नहीं है वरन मानसरोवर स्वयं काशी आकर भगवान शिव की तपस्या करते हैं। मूल मानसरोवर झील (कैलाश) का पवित्र जल काशी में गुप्त रूप से प्रकट है। यहां (काशी में स्थित) मानसरोवर तीर्थ का एक स्नान, मूल कैलाश में किये गये पांच स्नान के समतुल्य हो जाता है। मानसरोवर तीर्थ होने के कारण कलियुग मे घाट का नाम, तीर्थ के नाम पर ही मानसरोवर घाट पड़ा।

पुराणों के अनुसार मानसरोवर झील की उत्पत्ति : -  सनक, सनंदन, सनातन एवं सनत कुमार कैलाश पर्वत पर शिव शंकर को प्रसन्न करने के लिए तपस्या कर रहे थे, उसी काल में 12 वर्षों तक वर्षा न होने के कारण सारी नदियां सूख गयी थी, और इन ऋषियों को स्नान आदि करने के लिए बहुत दूर मंदाकिनी तक जाना पड़ता था। ऋषियों की प्रार्थना पर ब्रह्माजी ने अपने मानसिक संकल्प से कैलाश पर्वत के निकट एक सरोवर का निर्माण किया और बाद में स्वयं हंसरूप में होकर इसमें प्रवेश किया था। इस प्रकार यह झील सर्वप्रथम भगवान ब्रह्मा के मन में उत्पन्न हुआ था। इसी कारण इसे 'मानस मानसरोवर' कहते हैं। मानसरोवर संस्कृत के मानस (मस्तिष्क) और सरोवर (झील) शब्द से बना है। जिसका शाब्दिक अर्थ होता है - मन का सरोवर। मान्यता है कि ब्रह्ममुहुर्त (प्रात:काल 3-5 बजे) में देवतागण यहां स्नान करते हैं।


स्कन्दपुराण : काशीखण्ड

अत्रामृतस्रवा गंगा महामोहांधकारहृत् । अनेकजन्मजनित जाड्यध्वंसविधायिनी ।। ५१ ।।

सरसा मानसेनात्र पूर्वं तप्तं महातपः । अतस्तु मानसं तीर्थं जने ख्यातिमिदं गतम् ।। ५२ ।।

यहां अमृतश्रवा (अमृत बरसाने वाली) गंगा महान भ्रम के अंधेरे को दूर करती है। यह जन्म-जन्मान्तर में उत्पन्न अज्ञान को नष्ट कर देती है। पवित्र मानसरोवर झील ने (मानव रूप में काशी आकर) पूर्व में हरपाप तीर्थ में  घोर तपस्या की थी। इसलिए लोगों के बीच यह मानस (मानसरोवर) तीर्थ के रूप में प्रसिद्ध हो गया है।


मानसरोवर तीर्थ (काशी) का जल मानसरोवर कैलाश का जल है। [रामतारक आंध्र आश्रम]

तीर्थ के नाम पर ही घाट का नामकरण मानसरोवर घाट है।


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मानसरोवरेश्वर, रामतारक आंध्र आश्रम के निकट मानसरोवर घाट पर स्थित हैं।
Manasarovareshwar is situated at Manasarovar Ghat near Ramtarak Andhra Ashram.

For the benefit of Kashi residents and devotees:-

From : Mr. Sudhanshu Kumar Pandey - Kamakhya, Kashi


काशीवासी एवं भक्तगण हितार्थ:-                                                   

प्रेषक : श्री सुधांशु कुमार पांडेय - कामाख्याकाशी


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